घेरेलु इलाज


कच्चे आंवले को कांटेदार चाकू से गोन्थकर
उसे 24 घण्टे तक चुने के पानी में डालकर छोड़ें।
फिर पतली चाशनी में उबालकर आँवला मुरब्बा घर में भी बना सकते हैं। रोगों को जल्दी ठीक करने के लिए घरेलू उपाय बहुत जल्दी फायदा देते हैं।
एक आंवला मुरब्बा रोज सुबह दूध या पानी के साथ 2 से तीन माह तक निरन्तर लेना इस बीमारी में जरूरी है।
दूसरा तरीका यह भी है कि —
अमृत फल आँवला सुखाकर अच्छी तरह से पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर रोज 2 से 3 ग्राम की मात्रा लगभग 1 महीने तक सुबह-शाम लेने से स्त्रियों को होने वाला श्वेतप्रदर (ल्यूकोरिया) रोग हमेशा के लिए नष्ट हो जाता है।

लिकोरिया का घरेलू देशी इलाज —

◆ झरबेरी यानी सूखे बेर 20 gm
◆◆ नागकेशर 3 gm
◆◆◆ मुलहठी/मधुयष्टि/मुलेठी 5 gm
◆◆◆◆ बड़ी इलायची, माजूफल ककड़ी के बीज, कमलककड़ी, जीरा, सूखा जामुन, फिटकरी,नीम, बबूल, गुग्गल, शिलाजीत, कालीमिर्च, छोटी पीपल, प्रदरांतक लोह, प्रवाल भस्म सभी 2-2 ग्राम और मिश्री 20 gm इन सभी को मिलाकर 21 खुराक बनाकर एक दिन में तीन बार सादे जल के साथ
7 दिन तक लेकर देखें। इस घरेलू उपाय से आपको 40 से 50 फीसदी आराम मिल जाय, तो यह प्रयोग 3 माह तक लगातार करें। लिकोरिया जीवन भर के लिए मिट जाएगा।


Comments

Popular posts from this blog

लेओकोरिया क्यों होता हैं

Safed Pani Ka Ilaj

लेओकोरिया किसे कहते हैं